व्याघ्रासन : तनाव दूर कर एकाग्रता बढ़ाने में मददगार जानिए योग के और फायदे


         करे योग रहे निरोग


– DR RAO P SINGH

इस आसन को करते समय आपके शरीर की आकृति बाघ के समान दिखती है इसलिए इस आसन का नाम व्याघ्रासन रखा गया है।इसे करने से आपका बैक पैन तो कम होता ही है साथ ही तनाव से भी आपको मुक्ति मिलती है।

आजकल मशीनरी काम बढ़ते जा रहे है, जिससे इंसान की फिजिकल मेहनत कम हो गयी है। जितना काम होता है पूरा दिमाग से ही होता है।

 

दिन भर कंप्यूटर के सामने बैठकर काम करने से शरीर का बिलकुल भी मूवमेंट नहीं होता है जिससे गर्दन, पीठ और कमर में दर्द की समस्या देखने को मिलती है। और जब यह परेशानी रोज रोज होने लगती है तो एकाग्रता में भी कमी आती है।

योग से आप इन समस्याओ से छुटकारा पा सकते है। व्याघ्रासन का नियमित अभ्यास आपके मेरुदंड को मजबूत बनाता है जिससे कमर दर्द की समस्या से निजात मिलती है।

व्याघ्रासन के लाभ

इस आसन का अभ्यास करने से रीढ़ की हड्डी मजबूत और लचीली बनती है।इसको रोज सुबह के वक्त करने से एकाग्रता में सुधार आता है और तनाव दूर होता है।

यदि आपको साइटिका की बीमारी या फिर हर वक्त कमर में दर्द बना रहता है तो यह आसन आपके लिए फायदेमंद है।इस आसन को करते वक्त पेट की मांसपेशियों में खिंचाव होता है इसलिए इससे पेट की चर्बी भी कम होती है।

इसे करने शरीर में रक्त का प्रवाह ठीक से होता है और कोलेस्ट्रॉल की समस्या नहीं होती।इस आसन को नियमित करने से आपकी पाचन शक्ति भी ठीक रहती है।

व्याघ्रासन की विधि

इस आसन का अभ्यास करने के लिए सर्वप्रथम वज्रासन की अवस्था में बैठ जाए अब अपने दोनों घुटनों के बल खड़े हो जाइए और अपने दोनों हाथों को आगे की और करे।

अब अपने दाए पैर को पीछे की और उठाये और सिर की तरफ लाये, इस दौरान सांस अंदर की ओर ले अब अपने पैरो को निचे ले आये और सिर को आगे की तरफ झुकाइए।

फिर अपनी नाक को घुटने से लगाएं और सांस धीरे-धीर छोड़ दे।अब वापिस सिर ऊपर की ओर उठाएं और पांव पीछे की तरफ ले जाएं।

बॉलिवुड:काम शुरू होने पर बोली उर्वशी रौतेला, ‘स्वास्थ्य, सुरक्षा सबसे बड़ी प्राथमिकता’

इस बार इस प्रकिया को बाएं पैर को ऊपर की तरफ ले जाते हुए दोहराएं।हर पैर से कम से कम 5 बार इसे करे।

व्याघ्रासन में सावधानी

यदि आपको पीठ, गर्दन और घुटनो में चोट हो तो यह आसन नहीं करना चाहिए यदि आपको किसी तरह की बीमारी है तो पहले डॉक्टर से पूछे फिर ही इस आसन को करे।

०- योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा
लाईफ ओके नेचर केयर एवं योगा सेंटर 9672499053