आरओ बाटर के भ्रष्ट्राचार मामले मै जिले के उच्च अधिकारियो ने साधी चुप्पी

भाजपा सरकार मै नही हो रही भ्रष्ट्राचार पर कार्यवाही

 

 ०-त्रिवेंद्र जाट की रिपोर्ट

देवरी सागर – मध्यप्रदेश के भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री भ्रष्ट्राचार मामलो को लेकर कार्यवाही कराने के बडे बडे बयान देते है और कहते है कि भाजपा सरकार मै भ्रष्ट्राचार बर्दाष्त नही किया जायेगा चाहे वो किसी भी पार्टी दल का हो ऐसे ही निर्देश मुख्यमंत्री द्वारा सभी मंत्री व बिधायक गण को व अधिकारियो को तथा सभी सार्वजनिक कार्यक्रमो मै मंचो से कहते नजर आते है

कि हमारी सरकार मै ईमानदारी से कार्य किये जाते है भ्रष्ट्राचार पर रोक लगाते है मगर सागर जिले की देवरी मै तो कुछ अलग ही नजारा देखने मिल रहा है

जिसमे देवरी जनपद पंचायत के द्वारा लाखो रुपये की राशि मै खुले आम भ्रष्ट्राचार किया गया जिसमे कई स्कूलो के शिक्षक पंचायतो के सचिव सरपंच व जनपद के अधिकारी बाबू से लेकर अन्य व्यक्ति लपेटे मै आते नजर आ रहे है जिसकी पत्रकारो द्वारा लगातार खबरे भी प्रकाशित की जा रही है।

मगर जिले के उच्च अधिकारी तो चुप्पी साध के बैठ गये है जबकि खबरो के आधार पर व जनपद सदस्य तथा नगर के जागरूक लोगो द्वारा केन्द्रीय मंत्री पहलाद पटेल ,केबिनेट मंत्री गोबिन्द सीग राजपूत कलेक्टर जिला पंचायत सीईओ सब से शिकायत भी की गई है

मगर उनके द्वारा पत्र भी जांच के लिये लिखे गये है मगर जांच मै तेजी न आकर कहुआ की चाल दिखती नजर आ रही है शिकायत कर्ताओ द्वारा लिखित रूप से आवेदन देकर मंत्रीयो व अधिकारियो को खुले तौर पर बताया गया है कि जो देवरी जनपद पंचायत के द्वारा सदस्यो की राशि से व पंचायतो की अन्य राशियो से आरओ बाटर लगाने का प्रस्ताव बनाया गया था

मगर वही आरओ करीब 40-45 जगह जैसे प्राथमिक व माध्यमिक स्कूलो पंचायतो अस्पताल वी आर सी जैसी अन्य जगह लगने थे जिनकी कीमत करीब पचास हजार व एक लाख स्वीकृत कराई गई थी मगर उस राशि से तो केवल करीब पन्द्रह हजार की राशि बाला आरओ लगाये गये है और बिल मै पचास हजार राशि निकाली गयी है ऐसा ही जो करीब एक लाख की राशि से लगना था वो करीब तीस हजार का लगाया गया है।

जब इसकी शिकायत तौर पर खबर प्रकाशित करते हुये सचिव व स्कूलो व अन्य बिभागो के कर्मचारी अधिकारी से पूछा गया तो उन लोगो पलड़ा झाड़कर कहा गया कि ये आ र ओ जो लगे है हम लोगो को नही पता कितनी राशि का है हमलोगो को तो पचास हजार का बिल कटने के निर्देश दिये गये थे मामला उजागर होने पर जनपद सदस्य अंजली स्वामी व जनपद सदस्य तुलसीराम अहिरवार द्वारा उच्च स्तरीय जांच की मांग की गई है वही अधिकारियो द्वारा आश्वासन मात्र देकर चुप्पी साध ली गई है

जैसे कि सुनने मै आया है कि किसी बडे नेता व अधिकारी का नाम भी शामिल होने के कारण अधिकारी चुप्पी साध कर वैठ गये है इससे यह प्रतीत हो रहा है कि दबाब मै आकर मामले को दबाया जा रहा हो और भापजा सरकार मुख्यमंत्री मंत्रीगण व जिला अध्यक्ष तथा भाजपा के नेता चुप्पी साध कर वैठ गये हो मतलब साफ है कि भाजपा सरकार मै भ्रष्ट्राचार पर कार्यवाही नही की जाती है l

मंत्रियो के द्वारा जांच को लिखे गये अधिकारियो को पत्र उसके बाद भी मामले मै अधिकारियो ने साधी चुप्पी ऐसा लगरहा है जैसे उनकी ही सरकार मै अधिकारी उनको ही नजर अंदाज करते नजर आ रहे है अब देखते है कि आगे क्या होता है जांच कर कार्यवाही होगी या मामले को दबा दिया जायेग।