सेवा बहाली की मांग, प्रेरक शिक्षकों ने भरी हुंकार जोरदार नारेबाजी कर सौंपा ज्ञापन

तहसील कार्यालय के सामने बेरोजगारी की मार मार झेल रहे प्रेरक शिक्षकों ने किया अनोखा कार्यक्रम की निवाले की मांग….

राजनगर :- प्रेरक शिक्षको की सेवा बहाली की जाए इस संबंध में साक्षरता संविदा प्रेरकों ने प्रदर्शन कर प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन अनुविभागीय अधिकारी राजनगर जिला छतरपुर को सौंपा साथ ही तहसील स्तर की समस्याओं को लेकर 9 सूत्री ज्ञापन अनुविभागीय अधिकारी को सौंपा…

मुकेश मिश्रा जिला संगठन मंत्री ने बताया कि राज शिक्षा केंद्र के परिपालन में मध्य प्रदेश में कार्यरत 23930 साक्षरता संविदा प्रेरकों को प्रथम दायित्व में वर्ष 2011 की जनगणना अनुसार 5146288 को नवसाक्षर करने का लक्ष्य रखा गया दिनांक 28 मार्च 2018 को अंतिम नवसाक्षर परीक्षा तक साक्षरता प्रेरकों ने 5089108 को नवसाक्षर किया प्रदेश से निरक्षरता एक अभिशाप को पूर्णता समाप्त करने हेतु निरंतर प्रयासरत है

आदेश के परिपालन अनुसार उपरोक्त 5089108 को नवसाक्षर कर दिया लेकिन यह उनके लिए पर्याप्त शिक्षा नहीं है उन्हें पत्र के अनुसार समतुल्यता की आवश्यकता है इसके बाद औपचारिक शिक्षा से जोड़ना जीवन कौशल का विकास करना ताकि उनके जीवन स्तर में उन्नयन एवं जीवकोपार्जन संसाधनों का विकास हो सकॆ.

रोजगार देने का किया जा रहा झूठा दावा संदीप गुप्ता प्रदेश अध्यक्ष..

मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार द्वारा दावा किया गया है कि प्रदेश में लाखों लोगों को रोजगार दिया गया ग्राम पंचायत स्तर पर निष्कासित प्रेरक शिक्षकों का कहना है कि सरकार द्वारा जो दावा किया जा रहा है वह सिर्फ कागजों तक सीमित है ग्राम मैं उसके कौशल के आधार पर किसी को कोई रोजगार नहीं दिया गया वहीं प्रेरक शिक्षक निरंतर 2018 से सेवा बहाली की मांग करते आ रहे हैं सरकार ने आज तक नहीं सुनी…

खाली कढ़ाई खाली है, खाली है निवालॆ की थाली..

साक्षरता संविदा प्रेरक विगत मार्च 2018 से निष्कासन झेल रहे हैं एक तरफ अल्प मानदेय मिलता था वहीं दूसरी ओर प्रदेश की सरकार द्वारा निष्कासित कर दिया गया भूखों मरने की कगार पर पहुंच चुके हैं प्रेरक शिक्षको के परिवार के पास खाने को कुछ नहीं है 29 माह से अधिक हो गया मानदेय नहीं दिया गया खाली है कढ़ाई, खाली है निवाले की थाली प्रेरक शिक्षको ने सरकार से अपील की है कि सेवा बहाली करे राज्य सरकार…

इन मांगों को निराकृत करने हेतु अनुविभागीय अधिकारी राजनगर को सौंपा ज्ञाप..

किसान सम्मान निधि देश के प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है विगत वर्ष 2019 से इस योजना का लाभ संपूर्ण भारतवर्ष में दिया जा रहा है वहीं यदि राजनगर तहसील की बात करें तो यहां इस योजना का लाभ अभी भी अनेकों किसानों को नहीं दिया गया कई किसानों के खाते नंबर आईएफएससी कोड गलत है किसानों के आवेदन पर कार्रवाई संबंधित ग्राम पंचायत के पटवारी द्वारा की गई जिससे पटवारी द्वारा लापरवाही कर आवेदन को कंप्यूटर मै फीड किया गया सही कर शीघ्र किसान के खाते में किसान सम्मान निधि डालने की अपील की

फौती नामांतरण जिनकी फ़ौत 2018 से पहले हुई उनका नाम फ़ौती नामांतरण संबंधित पटवारी द्वारा किया जाना था लेकिन पटवारी द्वारा फ़ौती नामांतरण 10-10 साल से प्रतीक्षा में चल रहे हैं इसके ऐसे प्रकरण शीघ्र निराकृत करे राजनगर तहसील अंतर्गत पटवारी अपने हल्का में निवास नहीं करते हैं जिससे किसानों को समस्याओं का सामना करना पड़ता है राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 अनुसार मुख्यमंत्री अन्नपूर्णा योजना अंतर्गत लक्षित हितग्राही का राशन माह सितंबर 2020 से आकारण ही बंद कर दिया गया है

उन्हें माह सितंबर 2020 का राशन प्रदान करे आगे राशन की व्यवस्था सुचारू हेतु पात्रता पर्ची प्रदान करने का कष्ट करें मध्य प्रदेश की आदर्श पुनर्वास विस्थापन नीति वर्ष 2002 की कंडिका 29. 29.1एवं 29.2 का पालन नहीं किया गया जिससे विस्थापितों को रोजगार एवं अन्य सुविधाएं नहीं मिली MPT कुटनी आइसलैंड रिसोर्ट में विस्थापन नीति अनुसार विस्थापितों को सुविधा उपलब्ध कराएं जल शोधक संयंत्र का निर्माण किया जा रहा है जिसमें कुटनी बांध के पानी का उपयोग किया जाएगा मध्य प्रदेश की आदर्श पुनर्वास विस्थापन नीति वर्ष 2002 में स्पष्ट लेख है

कि पहले उन्हें सुविधाएं उपलब्ध कराएं जो बांध से प्रभावित हुए हैं आदर्श ग्राम डहर्रा एवं पथरिया में भी शुद्ध जल प्रदाय करें स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण पंचायत एवं ग्रामीण विभाग मध्य प्रदेश के पत्र के परिपालन अनुसार समस्त स्वच्छाग्रहियो को मेट के रूप में संलग्न कर शासन द्वारा निर्धारित मजदूरी प्रदान की जाए

ज्ञापन के दौरान संदीप गुप्ता प्रदेश अध्यक्ष कृष्ण कुमार पटेल प्रदेश सचिव कांग्रेस ओबीसी मुकेश मिश्रा जिला संगठन मंत्री हरनारायण पटेल गोविंद कुशवाहा, नंदकिशोर पटेल सहित आधा सैकड़ा से अधिक प्रेरक एवं नवसाक्षर उपस्थित रहे।