
धरना दे रहे सांसदो के साथ बैठकर बातचीत करते उपसभापति हरिवंश (सबसे बायें)
मानसून सत्र (Monsoon Session 2020) के दौरान कृषि विधयेकों (Farm Bills 2020) को पास कराने के दौरान राज्यसभा यानी उच्च सदन में मचे हंगामे के बाद निलंबित किए गए 8 सांसदों से उपसभापति हरिवंश (Harivansh) मिलने के लिए पहुंचे.
नई दिल्ली. संसद परिसर में धरना दे रहे राज्यसभा (Rajya Sabha) के आठ निलंबित सांसदों से बुधवार सुबह चाल लेकर मिलने पहुंचे उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह (Harivansh) की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने तारीफ की है.
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा कि यह उनके (हरिवंश के) सहज व्यक्तित्व को दर्शाता है. प्रधानमंत्री ने कहा कि देश की ‘जनता के साथ-साथ मैं भी हरिवशं जी को बधाई देता हूं.’
बता दें कांग्रेस, टीएमसी और आम आदमी पार्टी के कुल 8 सांसदों को सोमवार को राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू ने कृषि विधेयक पारित होने के दौरान उनके व्यहार के चलते निलंबित कर दिया. सभी सांसद इसके विरोध में संसद प्रांगण में लगी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास धरने पर बैठे हैं, जहां मंगलवार सुबह उपसभापति हरिवंश उनसे मिलने पहुंचे. इस दौरान हरिवंश अपने साथ चाय और स्नैक्स भी लाए थे.
हरिवंश के इस आचरण की तारीफ करते हुए पीएम मोदी ने लिखा कि, ‘हर किसी ने देखा कि दो दिन पहले लोकतंत्र के मंदिर में उनको किस प्रकार अपमानित किया गया, उन पर हमला किया गया और फिर वही लोग उनके खिलाफ धरने पर भी बैठ गए.
लेकिन आपको खुशी होगी कि आज हरिवंश जी ने उन्हीं लोगों को सवेरे-सवेरे अपने घर से चाय ले जाकर पिलाई.’ पीएम ने कहा कि यह हरिवंश जी की उदारता और महानता को दर्शाता है. लोकतंत्र के लिए इससे खूबसूरत संदेश और क्या हो सकता है. मैं उन्हें इसके लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं.’
यह भी पढ़ें: हरिवंश ने लिखा सभापति को पत्र,एक दिन के उपवास पर बैठूंगा,शायद सांसदों को सद्बुद्धि आए
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ‘बिहार की धरती ने सदियों पहले पूरे विश्व को लोकतंत्र की शिक्षा दी थी. आज उसी बिहार की धरती से प्रजातंत्र के प्रतिनिधि बने श्री हरिवंश जी ने जो किया, वह प्रत्येक लोकतंत्र प्रेमी को प्रेरित और आनंदित करने वाला है.’
हरिवंश करेंगे उपवास
वहीं राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश 20 सितंबर को कृषि विधेयकों के पारित होने के दौरान विपक्षी सांसदों द्वारा सदन में उनके साथ किए गए व्यवहार को लेकर एक दिवसीय उपवास रखेंगे. इस आशय में एक चिट्ठी उन्होंने उपराष्ट्रपति तथा राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू को लिखी.
उन्होंने लिखा कि ‘कल दिनांक 20 सितंबर 2020 को राज्यसभा में जो कुछ हुआ, उससे पिछले दो दिनों से गहरी आत्मपीड़ा, आत्मतनाव और मानसिक वेदना में हूं. मैं पूरी रात सो नहीं पाया.’
नायडू को भेजी चिट्ठी में हरिवंश ने कहा है कि ‘जेपी के गांव में पैदा हुआ. सिर्फ पैदा नहीं हुआ, उनके परिवार और हम गांव वालों के बीच पीढ़ियों का रिश्ता रहा. गांधी का बचपन से गहरा असर पड़ा. गांधी, जेपी, लोहिया और कर्पूरी ठाकुर जैसे लोगों के सार्वजनिक जीवन ने मुझे हमेशा प्रेरित किया. जयप्रकाश आंदोलन और इन महान विभूतियों की परंपरा में जीवन में सार्वजनिक आचरण अपनाया. मेरे सामने 20 सितंबर को उच्च सदन में जो दृश्य हुआ, उससे सदन, आसन की मर्यादा को अकल्पनीय क्षति पहुंची है.’
मध्यप्रदेश: चित्रकूट में ट्रैक्टर पलटने से पांच की मौत, सात की हालत गंभीर