
कोरोना वायरस का असर लोगों की उम्र पर भी पड़ेगा.
कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus) पर किया गया यह शोध पीएलओएस वन नामक पत्रिका में प्रकाशित हुआ है. इसके मुताबिक कोविड-19 दुनियाभर में जीवन प्रत्याशा में अल्पकालिक गिरावट का कारण बन सकता है.
नई दिल्ली. कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus) दुनिया भर में तेजी से फैल रहा है. अधिकांश देशों में इसकी दूसरी लहर को लेकर चिंता व्याप्त है. विश्व में अब तक इस जानलेवा महामारी (Covid 19) के 3.09 करोड़ से अधिक मामले सामने आ चुके हैं. साथ ही कोविड 19 महामारी दुनिया भर में अब तक 9.61 लाख से अधिक लोगों की जान ले चुकी है.
इस कोरोना वायरस पर लगातार शोध हो रहे हैं. इसी क्रम में हाल ही में हुए एक शोध में यह बात सामने आई है कि कोरोना वायरस भविष्य में भी हमारे जीवन पर अपनी छाप छोड़ेगा. दरअसल वैज्ञानिकों ने एक शोध में दावा किया है कि कोरोना वायरस संक्रमण के कारण लोगों की औसत उम्र में कमी आएगी.
कोरोना वायरस संक्रमण पर किया गया यह शोध पीएलओएस वन नामक पत्रिका में प्रकाशित हुआ है. इसके मुताबिक कोविड-19 दुनियाभर में जीवन प्रत्याशा में अल्पकालिक गिरावट का कारण बन सकता है. शोध के मुताबिक यूरोपीय और उत्तरी अमेरिकी देशों में कोरोना वायरस संक्रमण के प्रभाव के कारण औसत उम्र 10 फीसदी घट सकती है.
शोध में आशंका जताई गई है कि गंभीर रूप से प्रभावित क्षेत्रों में जीवन प्रत्याशा पर इसका असर ज्यादा असर होगा. इस शोध में चेतावनी दी गई है कि अगर दुनिया भर में स्वास्थ्य सेवाओं, सामाजिक-आर्थिक स्थितियों और शिक्षा के क्षेत्र में व्यापक सुधार नहीं किए गए तो भविष्य में हालात बेहद गंभीर होंगे.
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चीन के शंघाई विश्वविद्यालय के एशियाई जनसांख्यिकी अनुसंधान संस्थान के एसोसिएट प्रोफेसर गिलियूम मारोस ने इस शोध के संबंध में बताया कि जीवन प्रत्याशा पर कोरोना वायरस का प्रभाव शायद पहले से ही महसूस किया जाता है, जो कि गंभीर रूप से प्रभावित हुए हैं.
यह अध्ययन पीएलओएस वन नामक पत्रिका में प्रकाशित किया गया है. इस शोध में कोरोना वायरस संक्रमण और आयु समूहों के कई दरों में चार व्यापक क्षेत्रों के लिए जीवन प्रत्याशा पर कोविड-19 से संबंधित मौतों के प्रभाव की जांच की गई.
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