बैंक अधिकारियों से व्यवहार सुधारने की मांग,,
बड़वाह। जहां एक और निजी बैंक ग्राहकों को लुभाने के लिए अनेक सुविधाओं के साथ ग्राहकों से मिलनसार व्यवहार कर हर सुविधा देने को अग्रसर रहते है। वही राष्ट्रीयकृत बैंकों के कर्मचारी व अधिकारी ग्राहकों को मामूली व आसान कार्यों के लिए भी इतने चक्कर लगवाते है कि आम लोगो में बैंको के कर्मचारियों के मनमाने व्यवहार की चर्चाए आम बात हो चूंकि है।
ऐसा ही एक मामला बड़वाह की बैंक आफ इंडिया की शाखा का सामने आया है। मध्यप्रदेश उपभोक्ता हितेषी मंच के सचिव ए.जे.खान ने बताया कि नगर की एक महिला श्रीमती बानो बी उम्र 65 वर्ष का सेविंग अकाउंट बैंक आफ इंडिया की बड़वाह शाखा में था।
महिला खातेदार की मौत के बाद उनके पति अब्दुल रजाक निवासी गुरुनानक मार्ग अपनी पत्नी का खाता बन्द करवा कर खाते की राशि को अपने खाते में ट्रांसफर करवाने के लिए कई दिनों तक बैंक के चक्कर लगाते रहे। बैंक के अधिकारी राजकुमार सिंह ने खातेदार को सहयोग करने की अपेक्षा इतनी ज्यादा कागजी कार्यवाही में उलझाया की मृतक खातेदार महिला के परिजन परेशान हो गए।
हालांकि ब्रांच मैनेजर ने जरूर खातेदार को सहयोग किया परन्तु राजकुमार सिंह की मनमानी व व्यवहार से परिजन परेशान हो गए। मंच के सचिव श्री खान ने आर. बी. आई . से बैंको के नियम को सरलीकरण करने एवं बैंक कर्मचारियों का ग्राहकों के प्रति व्यवहार में सुधार करवाने की मांग की है।