नई दिल्ली। कांग्रेस में YS Sharmila के शामिल हो जाने के बाद आंध्र प्रदेश की पॉलिटिक्स में बदलाव क्या आएगा, इसको लेकर फिलहाल बहुत कुछ कह पाना मुश्किल है। हालांकि इतना जरूर है कि जब वह कांग्रेस में शामिल हो गई हैं तो अपने भाई और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी को चुनाव में चुनौती देती हुई नजर आएंगी।
दिवंगत वाईएसआर की पुत्री तथा आंध्र प्रदेश के सीएम जगन मोहन रेड्डी की छोटी बहन YS Sharmila ने कांग्रेस पार्टी से हाथ मिलाया और आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले गुरुवार को अपनी वाईएसआर तेलंगाना पार्टी का सबसे पुरानी पार्टी में विलय कर दिया।
उन्हें दिल्ली में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और नेता राहुल गांधी ने शामिल किया। वाईएसआर तेलंगाना पार्टी के कांग्रेस में विलय के बाद वाईएस शर्मिला ने कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी अभी भी हमारे देश की सबसे बड़ी धर्मनिरपेक्ष पार्टी है
और इसने हमेशा भारत की सच्ची संस्कृति को बरकरार रखा है और हमारे राष्ट्र की नींव तैयार की है। अपने पिता वाईएस की सद्भावना को भुनाने और अपने लिए राजनीतिक जगह बनाने के लिए वाईएसआरटीपी लॉन्च करने के बाद शर्मिला ने पिछले ढाई वर्षों में तेलंगाना में उतार-चढ़ाव वाली राजनीतिक यात्रा देखी है।
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