महाराष्ट्रीय परिवारों में मंगलवार को श्रद्धापूर्वक श्री महालक्ष्मीजी की स्थापना की गई

 

०- विनोद गौड़ की रिपोर्ट

सनावद / नगर के महाराष्ट्रीय परिवारों में मंगलवार को श्रद्धापूर्वक व विधि-विधान के साथ श्री महालक्ष्मीजी की स्थापना की गई। यह जानकारी देते हुए प्रकाश क्षीरसागर ने बताया कि भाद्रपद मास की सप्तमी तिथि को महालक्ष्मीजी की स्थापना महाराष्ट्रीयन परिवारों में की जाती है।

इस अवसर पर महालक्ष्मीजी को वेदी पर विराजमान कर नयनाभिराम झांकियां सजाई जाती हैं। समाजजन एकत्रित होकर अष्टमी को माताजी का पूजन-अर्चन करेंगे और नवमी को विसर्जन किया जाएगा। ऐसी मान्यता है कि महालक्ष्मीजी के सामने जो भी मन्नत की जाती है, वह अवश्य पूर्ण होती है।महालक्ष्मीजी को सोलह पकवानों का भोग लगया जाता है।

यह भी मान्यता है कि यदि विवाह योग्य युवक-युवती द्वारा महालक्ष्मीजी का विसर्जन कराया जाता है तो उनका विवाह या मनोकामनाएं शीघ्र पूर्ण होती हैं। ज्योति क्षीरसागर,शोभना भालेराव, सुरेश भालेराव,गौरी दीक्षित, श्याम दीक्षित के परिवारों में भी महालक्ष्मीजी की स्थापना की गई।