
भोपाल। मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार जल्द होने जा रहा है। किसे मंत्री बनाया जाएगा और किसे अलग से संतुष्ट किया जाएगा इसे लेकर चली मशक्कत के बाद इनके नाम लगभग तय माने जा रहे हैं। फाइनल मोहर दिल्ली में लगेगी।
सूत्रों के मुताबिक मंत्रिमंडल में लगभग 25 नेताओं को शामिल किया जा सकता है।इसमें से 10 मंत्री सिंधिया समर्थक हो सकते हैं। जबकि भाजपा से 15-16 मंत्री बनाए जा सकते हैं। कैबिनेट में क्षेत्रीय और जातिगत संतुलन साधने के साथ ही पूर्व मंत्रियों को शामिल करने का भी दबाव है।
सीएम तीन दिन तिरुपति प्रवास पर
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तीन दिन के तिरुपति प्रवास पर हैं। गुरुवार शाम को हैदराबाद रवाना हो रहे हैं। वहां से वे तिरुपति बालाजी के दर्शन करने पहुंचेंगे। सीएम तीन दिन तिरुपति में ही रहेंगे। इसके बाद दिल्ली पहुंचकर नए मंत्रियों के नाम फाइनल करवाकर आएंगे।
सभी पहलुओं पर हुआ विचार
भाजपा कार्यालय में हाल ही में हुई बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने कहा था कि मंत्रिमंडल विस्तार के मामले में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा और संगठन महामंत्री सुहास भगत से विस्तार से चर्चा हुई है। सभी पहलुओं पर विचार किया गया है। अब दिल्ली में भी चर्चा होगी। जल्द मंत्रिमंडल विस्तार होगा।
यह बन सकते हैं मंत्री
भोपाल से रामेश्वर शर्मा सबसे आगे, विकल्प के रूप में विश्वास सारंग और एससी कोटे से विष्णु खत्री, रायसेन से रामपाल सिंह।
इंदौर से उषा ठाकुर का नाम सबसे आगे है। इंदौर से ही भाजपा विधायक रमेश मेंदोला, मालिनी गौड़ पर विचार हुआ है।मालवा निमाड़ से मोहन यादव, चेतन कश्यप, यशपाल सिंह सिसोदिया, आदिवासी कोटे से विजय शाह या प्रेम सिंह पटेल भी मंत्री बनाए जा सकते हैं।
बुंदेलखंड से पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव, पूर्व गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह के साथ एससी कोटे से हरीशंकर खटीक का नाम भी मंथन में आया है।ग्वालियर चंबल से अरविंद भदौरिया, यशोधरा राजे सिंधिया के साथ ओबीसी और नरेंद्र सिंह तोमर के कट्टर समर्थक भारत सिंह कुशवाह का नाम भी शामिल हो सकता है।
विन्ध्य से राजेंद्र शुक्ला या गिरीश गौतम में से किसी एक को मौका मिल सकता है। इसमें पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ल को दोबारा भी मंत्री बनाया जा सकता है। ओबीसी कोटे से रामलल्लू वैश्य और एससी से कुंवर सिंह टेकाम के नाम पर भी चर्चा है।
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महाकौशल से अशोक रोहाणी या अजय विश्नोई में से किसी एक को मौका मिलेगा। पूर्व मंत्री संजय पाठक, गौरीशंकर बिसेन और एसटी कोटे से देवी सिंह सैयाम का नाम पर भी सहमति बन सकती है।
सिंधिया गुट से यह है नाम
डा. प्रभुराम चौधरी, इमरती देवी, प्रद्युम्न सिंह तोमर, महेंद्र सिंह सिसोदिया, बिसाहूलाल सिंह, एदल सिंह कंसाना, राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव, हरदीप सिंह डंग और रणवीर जाटव के नाम भी मंत्री पद की दौड़ में शामिल हैं। यह सभी ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक हैं जो कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए हैं।
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