श्रावण मास के चतुर्थ सोमवार पर ज्योतिर्लिंग भगवान ओंकारजी महाराज की सावन की तिसरी सवारी निकाली जाएगी
०-मंगलसिंह ठाकुर/मनीज त्रिवेदी
ओंकारेश्वर – श्रावण मास के चतुर्थ सोमवार पर ज्योतिर्लिंग भगवान ओंकारजी महाराज की चतुर्थ सावन सोमवार की सवारी चांदी की पालकी में निकाली जाएगी। इस मौके पर ओंकारजी चांदी की पालकी में सवार होकर फूलों से सजी पालकी मे दोपहर 3 बजे मंदिर से ढोल ताशे झांझा मंजिरों के साथ नगर भ्रमण के लिए निकलेंगे।
कोटीतीर्थ घाट पर भगवान भोलेनाथ की रजत प्रतिमा का आचार्य पंडित राजेश्वर दीक्षित के सान्निध्य में पंचामृत और नर्मदा जल से अभिषेक होगा। दक्षिण तट से श्रीममलेश्वर महादेव फूलों से सजी पालकी मे सवार होकर ढोल ताशे के साथ केवलराम घाट पर पहुचेगी, जहां अभिषेक होगा। दोनों सवारी नौका विहार करेंगी।
इसके बाद दोनों पालकीयां लाकडाऊन के नियमों का पालन करते हुए नया पुल से पुराना पुल तक नर्मदा में नौका विहार कर अपने अपने यथास्थान की और अग्रसर होगी इस दौरान भोले शंभू भोलेनाथ के उद्घोष से सवारी मार्ग गुंजायमान होगा।
गर्भग्रह का किया जाएगा सुगंधीत फुलों से श्रंगार
ज्योतिर्लिंग भगवान ओंकारेश्वर जी का सावन के चतुर्थ सोमवार के अवसर पर सुगंधित पुष्प-हार से श्रंगार किया जायेगा।