जांच गठित टीम अधिकारीयो ने बना कर दी गलत रिपोर्ट
०-त्रिवेंद्र जाट की रिपोर्ट
सागर देवरी – सागर जिला के देवरी जनपद पंचायत के आरओ वाटर कूलरभ्रष्ट्राचार मामले के तूल पकडते ही व भ्रष्ट्राचार की शिकायत केन्द्रीय मंत्री पहलाद पटेल व केबिनेट मंत्री गोविंद सींगराजपूत तथा सागर कलेक्टर जिला सीईओ से होने पर मामले मै जांच के आदेश देवरी जनपद सीईओ को दिया गया
जबकि मामले मै सूत्रो के अनुसार बताया गया कि जनपद के अधिकारी सरपंच सचिव व आरओ कम्पनी दुकान बिक्रेता तथा स्कूलो के प्राचार्य प्रधाना अध्यापक के शामिल होने की बात की गई थी मगर जिला स्तर से टीम न गठित होकर देवरी के अधिकारी को ही उनके ही विभाग की तक जांच सौपी गई जो पूर्णतः गलत है
जब जांच देवरी जनपद के अधिकारी कर्मचारी यो का नाम भी शंका मै आ रहा था तो उनके द्वारा ही जांच कराना मतलब सब दिखावा सा लग रहा है जांच मामले मै शिकायत कर्ता ओ द्वारा आरोप लगाकर बताया जा रहा है कि जांच सही तरह से नही की गई जनपद सीईओ द्वारा जो जांच जिन अधिकारी लोगो को सौपी गई उसमे कई जगह आरओ लगे ही नही है फिर भी जांच मै बताया गया कि लगे है कई जगह तो केवल बिल हुये है
आरओ गायब है करीब दस पन्द्रह हजार की कीमत के आरओ को जांच कर्ता द्वारा पचास हजार व एकलाख तक के बिल अनुसार सही बताया जा रहा है कुल आरओ 33 बताये जा रहे है जबकि बारह से चौदह आरओ 14 वे वित्त की राशि से भी लगाये गये है जो लगे भी नही है अभी उनकी जांच तो हुई ही नही है उनमे तो खुला भ्रष्ट्राचार नजर आ रहा है कई स्कूलो के प्रधान अध्यापको द्वारा बताया गया कि आरओ दबाव बनाकर लगवाये गये है
बिल उनके अनुसार न करने पर जांच कराने सस्पेंड करने की धमकी दी जाने वाली बात का खुलासा किया है मामले मै सूत्रो से पता लगा है कि एक बार जांच बनने के बाद भी भ्रष्टाचार मै शामिल लोगो द्वारा फिर से फर्जी रिपोर्ट बनाकर सभी स्थानो पर सही व्यवस्थित आरओ लगे है येसी रिपोर्ट जिला पंचायत भेजने की बात चल रही है जिससे मामला दबाया जा सके इस फर्जी रिपोर्ट बनाने मै कुछ अधिकारी सचिव सरपंच शामिल है जांच होने के बाद भी बर्तमान स्थिति मै कई स्थानो मै आरओ नही लगे जांच रिपोर्ट मै लगे
बताये गये जैसे स्कूलो मै रसेना स्कूल बेलढाना स्कूल बटकोटी स्कूल चीमाढाना स्कूल सिलारी स्कूल सिमरिया हर्रा खेडा मढपिपरिया हरई झुनक वारह छिंदली पनारी महाराजपुर बालक कन्या व हायर सेकण्डरी तीतापानी स्कूल पथरिया दुबे बारह स्कूल चिरचिटा स्कूल वहेरिया स्कूल चरगुवा स्कूल समनापुर सेठ छेवला स्कूल सुजानपुर देवरी अस्पताल गौरझामर
स्कूल ऐसे करीब कुल रिकार्ड मै करीब 55 आरओ के बिल की बात की जा रही है जिनके फर्जी बिल बने है आर ओ का किसी भी स्कूल के बच्चो को लाभ नही मिला बल्कि लाभ भ्रष्ट्राचार करने वाले लोगो को काफी ज्यादा मिल गया और शासन की राशि मै खुले तौर पर चुना लगाया गया सोचने की बात तो ये है कि सत्ता धारी सरकार के दिग्गज नेता ओ मै केन्द्रीय मंत्री व केबिनेट मंत्री द्वारा जांच की बात करने के बाद भी जांच मै फर्जी बाडा किया जा रहा
जांच करने वाले लोगो को बिल्कुल भी डर नही लग रहा कि फर्जी जांच कर मामले को दबा दिया गया और यदि दोनो मंत्री यो द्वारा बिन्दु वार तरीको द्वारा जिले स्तर से टीम द्वारा जांच कराई गई तो देवरी के जांच करने वाले भी फस जायेगे अब देखते है मामले मै केन्द्रीय व राज् य के मंत्रियो द्वारा कार्यवाही करायी जाती है या मामले को दब जाने देगे जिसके बाद उनकी ही सरकार पर आम जनता द्वारा आरोप लगाये जाये गे कि भ्रष्ट्राचार मै सरकार संरक्षण देती है
येसे आरोपो से उनकी ही सरकार बदनाम होगी या देख सकते है कि मंत्रियो द्वारा अपनी सरकार व स्वय की साफ छवि जनता को दिखाने इन भ्रष्टाचारियो की सही जांच जिले स्तर के अधिकारी यो से कराकर दोषियो पर सख्त कार्यवाही करायी जायेगी व सही रेट अनुसार सभी जगहो पर आरओ व्यवस्थित लगवाये जायेगे शिकायत कर्ता व पत्रकारो द्वारा मामले की जिले स्तर के अधिकारीयो द्वारा जांच कराने की मांग की जा रही है।
आरओ भ्रष्ट्राचार मामले में जनपद सीईओ ने करायी जांच