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देश में आठ बड़े उद्योगों के उत्पादन में गिरावट का सिलसिला सितंबर में लगातार सातवें महीने जारी रहा और उत्पादन में सालाना आधार पर 0.8 फीसदी की गिरावट आई। हालांकि लेकिन मार्च के बाद यह सबसे कम गिरावट है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की ओर से गुरुवार को जारी आंकड़ों के अनुसार सितंबर में मुख्य रूप से कच्चे तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद और सीमेंट क्षेत्रों के खराब प्रदर्शन की वजह से बुनियादी उद्योगों के उत्पादन में गिरावट आई।
आंकड़ों के अनुसार सितंबर में आठ बुनियादी उद्योगों के उत्पादन में गिरावट मार्च के बाद सबसे कम रही है। कोरोना वायरस और लाकउन से प्रभावित इस दौर में आर्थिक गतिविधियों पर असर पड़ा है। आंकड़ों के अनुसार सितंबर में कोयला, बिजली और इस्पात उद्योग के उत्पादन में बढोतरी रही। इसके विपरीत कच्चे तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक और सीमेंट सभी क्षेत्रों का उत्पादन नीचे आया।
चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही अप्रैल-सितंबर के दौरान आठ बुनियादी उद्योगों का उत्पादन पिछले साल इसी अवधि की तुलना में 14.9 प्रतिशत घटा है। इससे पिछले वित्त वर्ष की पहली छमाही में आठ बुनियादी उद्योगों का उत्पादन 1.3 प्रतिशत बढ़ा था।
दूसरी तरफ देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 2.04 फीसदी बढ़कर 1,419.6 करोड़ रुपए पर पहुंच गया। इसका कारण बिक्री में वृद्धि है। कंपनी को साल भर पहले की समान तिमाही में 1,391.1 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हुआ था
कंपनी ने एक बयान मे बताया कि इस दौरान परिचालन से प्राप्त राजस्व 10.34 फीसदी बढ़कर 18,755.6 करोड़ रुपये हो गया। यह साल भर पहले 16,997.9 करोड़ रुपये रहा था। कंपनी ने कहा कि मांग में कुछ सुधार होने तथा आपूर्ति के क्रमिक तौर पर बेहतर होने से दूसरी तिमाही में प्रदर्शन में सुधार हुआ है।
कंपनी ने कहा, ‘लोगों की अधिकतम सुरक्षा की हमारी नीति तथा यह सुनिश्चित करने के सभी प्रोटोकॉल का अनुपालन करते हुए कंपनी के कारखानों में उत्पादन बढ़ा है और आपूर्ति श्रृंखला धीरे-धीरे बेहतर हो रही है।’ कंपनी ने बताया कि इस दौरान एकल आधार पर उसका शुद्ध लाभ साल भर पहले की समान अवधि के 1,358.6 करोड़ रुपये से एक प्रतिशत बढ़कर 1,371.6 करोड़ रुपये हो गया।