बजाज कंपनी से लोगो को फायनेंस करवाना पडा महंगा, बेवजह खातो से रुपयो को लग रही है चपत, जिसकी जवाबदारी ना तो बैंके ले रही और नाही बजाज कंपनी, परेशान होकर लोगो ने थाने मे की शिकायत और कोर्ट मे शरण लेने की दी चेतावनी, एसपी के दखल के बाद शिकारपुरा पुलिस ने लिखी रिपोर्ट।
बुरहानपुर। यदि आप भी किसी फाइनेंस कंपनी से कोई चिज फाइनेंस कराने की सोच रहे हैं या करा चुके हैं तो सावधान हो जाए क्योंकि बुरहानपुर में बजाज फाइनेंस कंपनी से कई लोग फाइनेंस करा कर मुसीबत में फंस चुके हैं। जीहां क्योंकि जिन लोगों ने बजाज कंपनी से फाइनेंस कराए हैं उन लोगों के बैंक खातों से बेवजह लगातार रुपयों की कटौती हो रही है।
रुपए कटौती को ना तो बैंक स्वीकार कर रहा है और ना ही बजाज फाइनेंस कंपनी के लोग मान रहे है। कुछ उपभोक्ताओ ने आज इसी संबंध में थाना शिकारपुरा में लिखित शिकायत कर कार्रवाई की मांग की। सभी का कहना है कि खाते से काटे गए रुपयों की जानकारी नाही बैंक अधिकारी दे रहे हैं और ना ही बजाज कंपनी के लोग तो आखिर खाते से रुपए गए कहा?
केस 01 खैराती बाजार के खाटू घाट स्थित पीडित सुनील महाजन ने बजाज फाइनेंस कंपनी से 55 इंच सोनी कंपनी की एलईडी टीवी फाइनेंस कराई है जिसकी कीमत लगभग 85,000 है।
सुनील महाजन ने बताया कि प्रतिमाह कंपनी द्वारा 6460 रुपए की किस्त काटी जाती है लेकिन इसके बीच खाते से कई बार रुपयों की कटौती की गई जिसके संबंध में मेने महाराष्ट्र बैंक अधिकारियों से जानकारी ली तो अधिकारी ने कहा की बैंक द्वारा खाते से कोई कटौती नही की गई बैंक के अधिकारी का कहना है की रुपयो की कटौती बजाज कंपनी ने बॉम्बे स्तिथ ऑफिस से की है।
वही सुनील अंकिता टाकीज के सामने स्तिथ बजाज फाइनेंस कंपनी के अधिकारियों के पास भी गए और कटौती के संबंध में जानकारी ली तो वहां से भी कटौती के संबंध में कहा गया की कंपनी ने कोई कटौती नही की है। आखिर कार काफी देर तक बहस होने के बाद परेशान होकर सुनील महाजन सहित अन्य ने थाना शिकारपुरा में शिकायत दर्ज कराई।
केस 02 आजाद नगर निवासी पीडित अख्तर हुसैन अंसारी ने बताया कि उन्होंने बजाज कंपनी से 15000 का मोबाइल फोन फाइनेंस कराया था जिसकी हर माह आईडीबीआई बैंक के अकाउंट से किस्त काटी जाती है। लेकिन किस्त के अतिरिक्त कई बार खाते से बेवजह रुपयों की कटौती की गई। रुपए कटौती के संबंध में नाही बैंक अधिकारी ने स्वीकारा और नाही बजाज फायनेंस कंपनी के लोग स्वीकार कर रहे है। जबकी बैंक से निकाले स्टेटमेंट मे कटौती के संबंध मे बजाज कंपनी का नाम आ रहा है।
केस 03 पीडित गोपाल नेहते निवासी इतवारा हुसैनी आलम ने बताया कि उन्होंने बजाज फायनेंस कंपनी से 26000 मुल्य की एलईडी टीवी फाइनेंस कराई थी जिसकी प्रतिमाह किस्त बडौदा बैंक के अकाऊंट से काटी जाती है। लेकिन इस बीच कई बार उनके खातों से भी बेवजह रुपयो की कटौती की गई। इस संबंध में जानकारी लेनी चाही तो बैंक अधिकारी और बजाज फाइनेंस कंपनी के लोगों ने कटौती होने से साफ इनकार कर दिया।
वही शिकायतकर्ता सुनील महाजन ने बताया कि बेवजह बैंक खाते से रुपए की चपत लगाई जा रही है जो कि उपभोक्ताओं के साथ खुलेआम धोखा और लूट है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में शिकारपुरा थाने में रिपोर्ट लिखाने गए तो थाने मे पदस्थ शाहरुख कुरेसी ने इतने गंभीर मामले मे भी रिपोर्ट लिखने से साफ इंकार कर दिया।
परेशान होकर जिला पुलिस अधीक्षक भागवत सिंह बिरदे को जानकारी दी गई जब एसपी के कहने पर शिकारपुरा पुलिस ने रिपोर्ट लिखी सुनील ने कहां की ऐसे मामलो मे शहर वासियों को भी सतर्कता एवं सावधानी बरतना बहुत जरूरी है क्योंकि कई लोगों के रुपए बेवजह खातों से काटे जा रहे हैं जिसकी पुख्ता जानकारी भी खाताधारक को नहीं दी जा रही है।
सुनील ने कहा की मेरे द्वारा बैंक का स्टेटमेंट भी बजाज कंपनी के लोगो को दिया गया और उसमे साफ लिखा है की खाते से रुपए बजाज ने ही काटे लेकिन बजाज कंपनी के अधिकारी यह बात स्वीकार नही कर रहे है। बजाज कंपनी के लोगो का कहना है की कटौती की जानकारी हमारे पास नही आई।
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शिकायतकर्ताओ का कहना है की फाइनेंस कंपनी से फाइनेंस कराते वक्त फाइनेंस कंपनी के अधिकारी बैंक अकाउंट नंबर से लेकर हर एक जानकारी अपने पास रख लेते हैं और उपभोक्ता भी विश्वास में आकर जानकारी दे देता है लेकिन बाद मे ऐसा धोका होना बहुत गलत है।
उन्होने कहा की आगे जो कोई भी फायनेंस कराए वह उपभोक्ता सावधानी जरुर बरते ताकि उनके रुपयो को सेंध ना लगे। सभी पीडितो ने चेतावनी दी है की यदि रुपए वापस नही मिलते है तो वह जिला कलेक्टर सहित उपभोक्ता फोरम मे भी शिकायत करेंगे और बेवजह काटे गए रुपयो को वापस लाने हेतु कोर्ट की भी शरण लेंगे।
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