घरवालों ने माना बेटी ने शादी कर ली,9 माह तक करते रहे लौटने का इंतजार
श्रीगंगानगर। जिले के केसरीसिंहपुर में पुलिस ने 9 माह पहले गुमशुदा हुई किशोरी की हत्या के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। किशोरी का मामा (मां का धर्म भाई रमेश) ने 9 माह पहले ही उसकी नहर में डाल कर हत्या कर दी थी। किशोरी के घरवाले यही सोचते कि उसने भागकर शादी कर ली है, एक दिन वापस आ जायेगी,लेकिन बेटी तो नहीं आयी उसकी हत्या की खबर आयी।
आरोपी रमेश ने हत्या कबूल करते हुए बताया कि वह कार से अनुजा को अपने साथ ले जाना चाहता था। लेकिन अनुजा के किसी दूसरे लड़के के साथ प्रेम संबंध होने के कारण अनुजा ने उसके साथ जाने से इंकार कर दिया। जिसके बाद मोहनपुरा के पास नहर में अनुजा को डाल दिया था और खुद का मोबाइल भी नहर में फेंक दिया। रास्ते मे अनुजा के प्रेमी के साथ झड़प भी हुई थी। उसके बाद रमेश ने बीकानेर 3 महीने तक ड्राइवरी की। फिर वह चंडीगढ़ चला गया।
मां करती रही इंतजार
थानाधिकारी सुरेंद्र कुमार पुनिया ने बताया कि 18 वर्षीय बेटी अनुजा निवासी वार्ड 5 केसरीसिंहपुर 9 माह से गायब थी। उसकी मां सोमा देवी ने 17 सितंबर 2019 को बेटी अनुजा की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। जिसके अनुसार अनुजा पड़ोसन मकड़ी नामक महिला के साथ रोल नंबर लाने का बोलकर बाइक से श्रीगंगानगर जाने के बाद गुम हो गई।
मां के धर्म भाई बने युवक रमेश मेघवाल पर अनुजा को भगा ले जाने का शक हुआ। उसके बाद जब रमेश भी गायब हो गया तो शक यकीन में बदलने लगा। घरवालों ने अनुजा की काफी तलाश की, लेकिन वह नहीं मिली। मां सोमा देवी व भाई विक्रम सब शांत होकर अनुजा के घर लौटने का इन्तजार करने लगे।
ऐसे खुला हत्या का राज
किशोरी के भाई विक्रम के एक दोस्त के पास दो महीने पहले रवि नाम से फेसबुक पर एक फ्रेंड रिक्वेस्ट आई। जिसे विक्रम के दोस्त स्वीकार कर लिया गया। रवि के फेसबुक अकाउंट पर प्रोफाइल पिक्चर रोज बदली जाती थी। एक दिन उसने दोस्त की विक्रम के साथ फेसबुक पर डीपी देखकर विक्रम के दोस्त को ब्लॉक कर दिया।
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उसके बाद उसका फेसबुक से नम्बर उठा कर वॉट्सऐप चेक किया गया। जहां आरोपी रमेश ने वॉट्सऐप पर अपनी भांजी अनुजा की तस्वीर लगा राखी थी।
जिसे मां सोमा और भाई विक्रम ने पहचान लिया। और तुरंत इसकी जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने प्रयोग में आ रहे नम्बर की कॉल डिटेल के आधार पर लोगों से पूछताछ की। जिससे लोकेशन पता चलने पर आरोपी रमेश को गिरफ्तार कर लिया गया।