विधायक सचिन बिरला ने शुक्रवार को टिड्डी दल से प्रभावित काटकूट क्षेत्र दौरा किया

बड़वाह / विधायक सचिन बिरला ने शुक्रवार को टिड्डी दल से प्रभावित काटकूट क्षेत्र का ग्रामों का व्यापक दौरा किया और टिड्डी दल से प्रभावित खेतों में जाकर किसानों से चर्चा की और फसल के नुक्सान का जायजा लिया।
बिरला ने टिड्डी दल के प्रकोप से प्रभावित किसानों को आश्वस्त किया कि टिड्डी प्रभावित ग्रामों में हानि का आकलन शीघ्र ही सरकारी दल द्वारा कराया जाएगा।

जिसमें तहसील स्तर पर
तहसीलदार और वरिष्ठ कृषि अधिकारी शामिल होंगे। इसके अलावा ग्राम स्तर पर पटवारी, ग्राम सचिव और ग्राम सेवक का दल टिड्डी प्रभावित खेतों का आकलन करेंगे। बिरला ने कहा कि हानि के आकलन के बाद रेवेन्यू बुक सर्कुलर के प्रावधान खंड 6(4)के अंतर्गत टिड्डी दल के प्रकोप से पीड़ित किसानों को गाइडलाइन के अनुसार मुआवजा दिलाया जाएगा।

बिरला और कांग्रेस नेता नरहरि दांगी,डोंगरसिंह खंडाला ,सोहन शाह और थरवर सोसायटी के पूर्व अध्यक्ष मन्नालाल जाट,पूर्व सरपंच राजेश जाट, शांतिलाल राठौर सालीखेड़ा ने काटकूट क्षेत्र के टिड्डी प्रभावित सालीखेड़ा, कोदबार खुर्द,घांघला,काटकूट, बरखेड़ा,लिंबी,थरवर आदि ग्रामों के खेतों का दौरा किया और पीड़ित किसानों से विस्तारपूर्वक चर्चा की।

ग्राम सालीखेड़ा के किसानों ने बताया कि टिड्डी दल ने अधिकांशतः कपास के नव अंकुरित पौधों को व्यापक स्तर पर नुकसान पहुंचाया है।इस दौरान खेतों में मृत टिड्डी के ढेर देखे गए। किसानों ने बताया कि क्षेत्र में टिड्डी दल का यह पहला आक्रमण है। किसानों ने अपने खेतों में पटाखे फोड़कर और थाली बजाकर टिड्डी दल को भगाने का प्रयास किया।

इस दौरान कृषि विस्तार अधिकारी बीएस सेंगर भी मौजूद थे। सेंगर ने बताया कि टिड्डी दल ने बड़वाह क्षेत्र में महू ब्लॉक के ग्वालू से प्रवेश किया और कुंडी होते हुए टिड्डी दल थरवर और लिंबी बुजुर्ग क्षेत्र के खेतों में रात्रि विश्राम किया।टिड्डी दल का आकार लगभग तीन किमी लंबा और डेढ़ किमी चौड़ा था।ग्राम राँझना, लिंबी बुजुर्ग ,काटकूट,बरगना, बरखेड़ा,ससल्यापुरा, थरवर,सालीखेड़ा, कोदबार बुजुर्ग,कोदबार खुर्द,घांघला,पलसूद, बरगना क्षेत्र में टिड्डी दल का प्रकोप अधिक रहा।

कृषि विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के दल ने किसानों के साथ मिलकर रात्रि 3 से प्रातः 9 बजे तक दो फायर ब्रिगेड के माध्यम से दो लाख लीटर पानी का फव्वारा टिड्डी दल पर छोड़ा और लगभग साठ प्रतिशत टिड्डियों का सफाया कर दिया। इसके बाद शेष टिड्डी दल रावत पलासिया ,कुंडिया होते हुए खण्डवा जिले में प्रवेश कर गया। सेंगर ने बताया कि टिड्डी प्रभावित रकबे का आकलन सर्वे के बाद पता चलेगा।सभी टिड्डी पीड़ित किसानों की सूची बनाकर अनुविभागीय अधिकारी को सौंपी जाएगी।