अंतर्राज्यीय गिरोह:चिटफंड कंपनी बनाकर करोड़ों का गबन करने वाले दो शातिर ठग गिरफ्तार

करौली । करौली एसपी मृदुल कच्छावा ने बताया कि पुलिस ने जयहिन्द कुमार प्रजापति निवासी शिवपुर जिला वाराणसी और महेन्द्र कुमार विश्वकर्मा निवासी अकिलवा गाँव थाना लोहता जिला वाराणसी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।

एसपी मृदुल कच्छावा ने बताया कि आरोपियों ने 2012 में हिण्डौन सिटी कस्बे में स्काईलार्क कुलाक एसएलडीआई इन्फ्राकोन नाम की एक चिटफन्ड कम्पनी खोली थी, जिसमें बहुत ही कम समय में पैसा को दोगुना करने का झांसा देकर जिले के हजारों निवेशकों से करीब 95 लाख रूपये की ठगी की गई। जिसमें थाना हिण्डौन सिटी व थाना सूरौठ में निवेशकों ने मुकदमे दर्ज करवा रखे हैं।

एसपी मृदुल कच्छावा ने बताया कि निवेशकों की शिकायत पर डीएसटी प्रभारी यदुवीर सिंह को मामले के आरोपियों की गिरफ्तारी का टास्क दिया गया। जिसके बाद पुलिस की स्पेशल टीम का गठन किया गया। कांस्टेबल परमजीत व मान सिंह ने आसूचना संकलित कर दोनों के वाराणसी में होने की सूचना दी। सूचना पर डीएसटी प्रभारी यदुवीर सिंह एक विशेष टीम के साथ वाराणसी पहुंचे और सभी संभावित स्थान पर दबिश दी।

मुखबिर से आरोपी महेन्द्र विश्वकर्मा के मोबाईल नम्बर मिलने पर उसकी साईबर सेल से लोकेशन प्राप्त की। जिसके बाद महेन्द्र को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में महेंद्र से दूसरे आरोपी जयहिन्द कुमार प्रजापति के उसके गांव अकिलवा में होने की जानकारी मिली, और उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने दोनों को पकङ कर हिण्डौन सिटी थाना प्रभारी को सुपुर्द किया गया।

एसपी मृदुल कच्छावा ने बताया कि दोनों आरोपियों के खिलाफ करौली, राजसमन्द व भीलवाड़ा जिले में 5, उत्तरप्रदेश में 12, गुजरात में 4, तेलंगाना व मध्यप्रदेश में 1-1 मुकदमे दर्ज है।

ऐसे करते है ठगी की वारदात

डीएसटी प्रभारी यदुवीर सिंह ने बताया कि दोनों आरोपी अलग-अलग राज्यों मे जाकर प्राईवेट चिटफन्ड कम्पनियां खोलकर निवेशकों को कम समय में पैसा दुगुना करने का झांसा देकर उनसे इन्वेस्टमेंट कराते, फिर दिये हुए समय से पहले ही कम्पनी बंद कर भाग जाते थे।

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