सुशांत सिंह राजपूत के मौत मामले में राजनीति भी खूब हुई है। कुछ लोग इसे बिहार विधान सभा चुनाव से भी जोड़कर देख रहे हैं। रिपब्लिक टीवी, सुशांत मामले में लगातार डिबेट शो करता रहा है। रिपब्लिक टीवी के डिबेट शो, ‘पूछता है भारत’ में एक बार फिर सुशांत सिंह राजपूत के मुद्दे को लेकर डिबेट का आयोजन किया गया जहां शिवसेना नेता ने एक पैनलिस्ट को लेकर यह कह दिया कि ये लोग बिहार चुनाव के बाद नजर नहीं आएंगे जिसपर एक महिला पैनलिस्ट भड़क ग
शिवसेना नेता विक्रम सिंह यादव ने डिबेट में मौजूद महिला पैनलिस्ट निकिता आर्या को लेकर कहा, ‘जब तक बिहार में चुनाव है, तब तक ये लोग इन्हें लेकर इनसे ये सब बुलवा रहे हैं। जैसे ही बिहार के चुनाव खत्म होंगे ये कोई नजर नहीं आएगा। इनको शर्म आनी चाहिए। एक आदमी दुनिया में है नहीं, उसके ऊपर राजनीति कर रहे हैं।
इस पर पैनलिस्ट निकिता आर्या भड़क गईं और बोलीं, ‘अच्छा, बिहार के चुनाव से हमें क्या फायदा? मैं बिहार की रहने वाली लगती हूं आपको? मैं दिल्ली की रहने वाली हूं। मुझे बिहार के चुनाव से क्या फायदा? कौन सी सरकार आती है, कौन सी नहीं आती, मुझे क्या? आप लोग खुद सरकार से हैं, इसलिए आपका दिमाग गंदा ही होता है। हम लोग सरकार से नहीं हैं, हम एक आम आदमी हैं। आम आदमी आज सुशांत से जुड़ा हुआ है ये बात आपको पिछले चार महीने से समझ नहीं आ रही।’
इस पर शिवसेना नेता कहते हैं कि आप लोग सीबीआई की बात को भी नहीं मान रहे। शिवसेना नेता ने डिबेट में कंगना रनौत को लेकर कहा कि अगर उन्होंने अपशब्द का इस्तेमाल किया है तो उनके खिलाफ एफआईआर तो होगी ही।
इस पर महिला पैनलिस्ट अंजना ने विक्रम सिंह पर निशान साधा, ‘आप भाषा की बात कर रहे हैं कि कंगना ने गलत भाषा का इस्तेमाल किया है, आप कौन सी भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं। आप हैं क्या? हम आपको नहीं जानते। हमने भी आपको बस टीवी पर डिबेट करते हुए ही देखा है। हमने भी आपकी कोई प्रोफाइल नहीं देखी। आपने कहा कि कंगना ने अपशब्द का इस्तेमाल किया, मुंबई को पीओके बोला, तो उनके खिलाफ एफआईआर होगी ही, बॉलीवुड में ही कई ऐसे कलाकार हैं जिन्होंने कहा कि मैं हिन्दुस्तान में सेफ नहीं हूं, मेरी फैमिली सेफ नहीं है। तब एफआईआर क्यों नहीं की गई।’
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