Crime News:आशिक़ और नौकरी पाने के लिए पत्नी ने करवाया पति का कत्ल

 

छत्तीसगढ़।Crime News सूरजपुर  पुलिस अधीक्षक राजेश कुकरेजा एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर के मार्गदर्शन में 3 माह से  इस अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझाने की कोशिश में लगी हुई थी जिसमे अंततः पुलिस को सफलता हासिल हुई। सरकारी कोयला कंपनी एस ई सी एल भटगांव के एक कर्मचारी के अंधे कत्ल की गुत्थी पुलिस ने सुलझाते हुए,उसकी पत्नी और उसके आशिक़ को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है.

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जानकारी के अनुसार एसईसीएल कर्मी बाबूलाल आत्मज स्वर्गीय नवल साय जाति पनिका निवासी बंशीपुर उम्र लगभग 60 वर्ष का शव रिटायरमेंट से 4 दिन पूर्व 28 मार्च को घर से कुछ दूरी पर स्थित नाले के पास सुनसान जगह पर संदिग्ध स्थिति में मिला था।मृतक के बड़े भाई एवं लड़के की सूचना पर धारा 174 कायम कर घटना की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को देते हुए प्राप्त निर्देशानुसार भटगांव पुलिस ने अपनी कार्रवाई प्रारंभ की।

 

मृतक के शव का बारीकी से परीक्षण करते हुए मृतक के परिजनों गवाहों का कथन भी भटगांव पुलिस  द्वारा लिया गया पीएम रिपोर्ट के अनुसार हत्या की रिपोर्ट आने पर भटगांव पुलिस ने अज्ञात आरोपी के विरुद्ध धारा 302 का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया।

 

प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक राकेश कुकरेजा सूरजपुर  एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर  से समय-समय पर भटगांव पुलिस द्वारा निर्देशन एवं मार्गदर्शन लिया जाता रहा।  विवेचना में पाया गया कि मृतक बाबूलाल पनिका एसईसीएल भटगांव क्षेत्र के शिवानी खदान में पंप ऑपरेटर के पद पर कार्यरत था

 

सागरमती बाबूलाल की तीसरी पत्नी थी बाबूलाल और सागरमती के उम्र के करीब 20 वर्ष का अंतर था बाबूलाल ने रिटायरमेंट की प्लानिंग के अनुसार शीतला मंदिर के सामने बंसीपुर में ढाबा खोल रखा था। मणि रंजन मिश्रा उर्फ पिंटू मिश्रा उम्र 35 वर्ष जो आज तक कुंवारा है अक्सर बाबूलाल के ढाबा में खाना खाने जाता था इसी बीच सागरमती एवं पिंटू मिश्रा के बीच मेलजोल बढ़ गया

और दोनों के बीच अवैध संबंध स्थापित हो गया 31 मार्च को बाबूलाल नौकरी से रिटायर होने वाला था और वह घर पर रहकर ढाबा का संचालन करने वाला था जिससे सागरमती के अनैतिक गतिविधियों में लगाम लग जाता इसीलिए घटना को करीब 3 माह पूर्व मनिरंजन मिश्रा उर्फ पिंटू मिश्रा एवं सागरमती ने मिलकर योजना बनाई कि बाबूलाल के नौकरी रहते ही उसे रास्ते से हटा देते हैं

और फंड ग्रेजुएटी के पैसे से पिंटू मिश्रा के लिए 4 चक्का वाहन खरीदेंगे, बाबूलाल के मरने के बाद अनुकंपा नौकरी सागरमती ले लेगी और पिंटू मिश्रा सागरमती के घर के बगल में ही घर बना लेगा दोनों के बीच संबंध बना रहेगा तभी से दोनों के मन में बाबूलाल पनिका को जान से मारने की योजना चल रही थी।

 

अपने इस योजना में मनीरंजन मिश्रा उर्फ पिंटू मिश्रा अपने करीबी साथी सीताराम यादव को शामिल कर रखा था योजना अनुसार मृतक बाबूलाल पालिका के नौकरी से रिटायरमेंट के 4 दिन पूर्व 27 मार्च को लॉकडाउन के दौरान मनिरंजन मिश्रा और पिंटू मिश्रा रात्रि 9:00 बजे बाबूलाल के घर जाकर मृतक बाबूलाल जो पहले से नशे में था उसको साथ बैठाकर और शराब पिलाई

 

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और बाबू लाल पनिका को ताश खेलने जाने के लिए बोला जिसके बाद बाबूलाल अपने पत्नी सागरमती से पैसा मांगा जिसके बाद पिंटू मिश्रा एवं सीताराम यादव बाबूलाल पनिका को स्कूटी से ग्राम कोरन्धा जाने वाले रास्ता में नहर किनारे सुनसान जगह पर ले गए

 

और मनीरंजन मिश्रा एवं सीताराम यादव दोनों ने मिलकर बाबूलाल के गले में लटकाए गमछा से बाबूलाल का मुँह नाक दबाकर हत्या कर दीया जिसके बाद दोनों स्कूटी से वापस आ गए।अगले दिन सुबह पिंटू मिश्रा ने पूरी बात सागरमती को बताई आरोपी मनीरंजन मिश्रा उर्फ पिंटू मिश्रा एवं सागरमती को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।

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