नई दिल्ली. केंद्र ने राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 (Covid-19) के मरीजों का उपचार कर रहे निजी अस्पतालों का दौरा करने के लिए 10 बहु-विषयक टीमों का गठन किया है. ये टीमें वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सरकार द्वारा जारी विभिन्न निर्देशों के अनुपालन की स्थिति पर गौर करेंगी. केंद्रीय गृह मंत्रालय (Home Minsitry) के सोमवार को एक आदेश के मुताबिक टीमें तुरंत अपना दौरा शुरू करेंगी और दो दिनों के भीतर अपनी रिपोर्टें सौंपेंगी.
दिल्ली में संक्रमण के मामलों में तेज बढ़ोतरी के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में रविवार को हुई उच्च स्तरीय बैठक में लिए गए फैसले के तहत बहु-विषयक टीमों का गठन किया गया है. एक अतिरिक्त टीम भी गठित की गयी है और उसे जरूरत होने पर तैयार रहने को कहा गया है. टीमों को कोविड-19 का इलाज कर रहे करीब 114 निजी अस्पतालों का दौरा करने का काम सौंपा गया है. ये टीम निजी अस्पतालों का दौरा कर, दिल्ली सरकार के आदेश के तहत वार्ड और आईसीयू बेड की उपलब्धता, बेड के बारे में दी जाने वाली सूचना और पालन किए जाने वाले नियमों की स्थिति पर गौर करेंगी.
गृह मंत्री ने स्थिति का जायजा लेने के लिए की थी बैठक
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) ने रविवार को दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में हाल में हुई वृद्धि के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 की स्थिति का जायजा लिया. शाह की अध्यक्षता में हुई बैठक में दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन, दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन और केंद्र सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया. गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि गृह मंत्री ने दिल्ली में कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी के चलते उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की और इससे निपटने के तरीकों पर चर्चा की.
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अधिकारी ने बताया कि बढ़ते प्रदूषण के साथ विशेष रूप से त्योहारी मौसम और घटते तापमान को देखते हुए रविवार की बैठक दिल्ली में वायरस के प्रसार को रोकने के लिए एक रणनीति तैयार करने के विषय पर चर्चा के लिए आहूत की गई थी.
गृह सचिव की बैठक में इन वजहों को बताया गया था बढ़ते मामलों का जिम्मेदार
गत दो नवंबर को केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला द्वारा बुलाई गई एक बैठक में त्योहारों और लोगों की अधिक आवाजाही के साथ-साथ लोगों द्वारा कोविड-19 मानदंडों का पालन नहीं किए जाने को दिल्ली में कोरोना वायरस के मामलों में उछाल के लिए जिम्मेदार ठहराया गया था.
हालांकि, केजरीवाल ने पिछले हफ्ते मामलों में उछाल के लिए प्रदूषण को जिम्मेदार ठहराया था.
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भल्ला की अध्यक्षता में हुई बैठक में कहा गया था कि गंभीर स्थिति से निपटने के लिए जांच, संक्रमितों का पता लगाने और उपचार के लिए वृहद प्रयास किए जाएंगे. बैठक में इस बात पर भी जोर दिया गया था कि मेट्रो की यात्रा को मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) के अनुसार सावधानीपूर्वक विनियमित किया जाना चाहिए.
दिल्ली में कोविड-19 के मामलों और उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़ रही है, इसलिए प्रशासन जांच, संक्रमितों के संपर्क में आये व्यक्तियों का पता लगाने और उपचार पर ध्यान केंद्रित कर रहा है.