बिहार चुनाव नतीजे 2020: चूके तेजस्‍वी यादव, जीते नीतीश कुमार, जानें 9 अहम बातें

 

नई दिल्‍ली. बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे (Bihar election results 2020) मंगलवार देर रात घोषित कर दिए गए हैं. इनके मुताबिक 243 विधानसभा सीटों वाले प्रदेश में एनडीए को 125 सीटों पर जीत मिली है. जबकि आरजेडी के महागठबंधन को 110 सीटें मिली हैं. बहुमत एनडीए के पास है. एनडीए में शामिल बीजेपी को 74 सीटें, विकासशील इंसान पार्टी को 4 सीटें, जदयू को 43 सीटें और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा को 4 सीटें मिली हैं. महागठबंधन में शामिल आरजेडी को 75 सीटें, कांग्रेस को 19 सीटें, भाकपा माले को 12 सीटें, भाकपा व माकपा को क्रमश: 2-2 सीटों पर संतोष करना पड़ा. तेजस्‍वी यादव इस बार चूक गए हैं. वहीं नीतीश कुमार को फिर सत्‍ता मिली है. आइये जानते हैं चुनाव की 10 अहम बातें…

जेडीयू को लोजपा ने पहुंचाया नुकसान
बिहार चुनाव नतीजों पर नजर डालें तो नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू को 43 सीटें मिली हैं. वहीं चिराग पासवान के दल लोक जनशक्ति पार्टी को महज एक सीट मिली है. लोजपा इस बार अकेले दम पर चुनाव मैदान में थी, ऐसे में रुझानों में यह साफ दिख रहा था कि उसके चक्‍कर में जेडीयू को नुकसान उठाना पड़ रहा है. वहीं चुनावी विश्‍लेषक यह तक कह रहे थे कि लोजपा के कारण जेडीयू को करीब 30 सीटों पर नुकसान उठाना पड़ रहा है.

EVM पर फिर उठे सवाल, चुनाव आयोग ने किया खारिज

रुझानों के दौरान कई नेताओं की ओर से इलेक्‍ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) पर फिर सवाल उठाए गए. लेकिन चुनाव आयोग ने साफ तौर पर कहा कि ईवीएम में कोई छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है. यह पूरी तरह से सुरक्षित है. कांग्रेस नेता उदित राज ने मंगलवार को ईवीएम पर सवाल उठाते हुए कहा था कि जब उपग्रह को धरती से नियंत्रित किया जा सकता है तो फिर ईवीएम क्यों नहीं की जा सकती? वहीं कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने कहा कि ईवीएम पर सवाल खड़े करने का सिलसिला बंद होना चाहिए क्योंकि इसके साथ छेड़छाड़ का दावा अब तक वैज्ञानिक रूप से साबित नहीं हो सका है.

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आरजेडी ने बिहार में किया था महागठबंधन की सरकार का दावा
मंगलवार को चुनाव रुझानों एनडीए और महागठबंधन के बीच कांटे की टक्‍कर दिखाई दी है. कभी एनडीए बढ़त बनाए था, तो कभी महागठबंधन के उसके बेहद करीब पहुंच रहा था. वहीं आरजेडी ने ट्वीट कर कहा था, ‘हम सभी क्षेत्रों के उम्मीदवारों और कार्यकर्ताओं से संपर्क में है और सभी जिलों से प्राप्त सूचना हमारे पक्ष में है. देर रात तक मतगणना होगी. महागठबंधन की सरकार सुनिश्चित है. बिहार ने बदलाव कर दिया है. सभी प्रत्याशी और काउंटिंग एजेंट मतगणना पूरी होने तक काउंटिंग हॉल में बने रहें.’

वाम दलों का अच्‍छा प्रदर्शन
देश में एक तरह से अपनी जमीन खो चुके वाम दलों का बिहार विधानसभा चुनाव में अच्‍छा प्रदर्शन देखने को मिला. चुनाव में भाकपा माले को 12 सीटें, भाकपा व माकपा को क्रमश: 2-2 सीटें मिलीं. वाम दल इस बार महागठबंधन को हिस्‍सा थे. पिछले विधानसभा चुनाव में सिर्फ भाकपा (माले) को तीन सीटें मिली थीं.

देर रात तक चली मतगणना
चुनाव आयोग के अनुसार बिहार में तीन चरणों में हुए विधानसभा चुनाव में करीब 4.16 करोड़ वोट पड़े थे. बिहार में कुल करीब 7.3 करोड़ मतदाताओं में से 57.09 प्रतिशत लोगों ने वोट डाले. रुझानों के वक्‍त ही चुनाव आयोग ने मंगलवार को बता दिया था कि बिहार विधानसभा चुनाव की मतगणना में सामान्य से अधिक समय लगेगा और यह देर रात तक चलेगी. चुनाव आयोग के अनुसार इस बार 63 प्रतिशत अधिक ईवीएम का इस्तेमाल हुआ था.

पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने पहले ही जीत का दावा कर दिया था
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री व पूर्व बीजेपी अध्‍यक्ष अमित शाह ने रुझानों के समय ही बिहार में एनडीए की जीत का दावा कर दिया था. पीएम मोदी ने कई ट्वीट किए थे. उनमें से एक में लिखा था, ‘बिहार के प्रत्येक वोटर ने साफ-साफ बता दिया कि वह आकांक्षी है और उसकी प्राथमिकता सिर्फ और सिर्फ विकास है. बिहार में 15 साल बाद भी NDA के सुशासन को फिर आशीर्वाद मिलना यह दिखाता है कि बिहार के सपने क्या हैं, बिहार की अपेक्षाएं क्या हैं.’ अमित शाह ने भी ट्वीट किया था, ‘बीजेपी विकास, विश्वास और प्रगति की प्रतीक है. आज बिहार विधानसभा चुनाव और देश के विभिन्न राज्यों के उपचुनावों में भाजपा को मिले अभूतपूर्व समर्थन के लिए जनता को नमन. इस जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जी और समस्त भाजपा कार्यकर्ताओं को बधाई.’

पुष्‍पम प्रिया चुनाव हार गईं
पुष्‍पम प्रिया ने बिहार चुनाव से पहले खुद को विज्ञापन के जरिए अगला मुख्यमंत्री बताया था. हालांकि पुष्पम प्रिया अपनी दोनों ही सीटों से चुनाव हार गई हैं. बिस्फी विधानसभा सीट पर पुष्पम प्रिया को महज 1230 वोट मिले, जबकि बांकीपुर सीट से उन्हें सिर्फ 2753 वोट हासिल हुए है.

दबाव में काम नहीं करता चुनाव आयोग
बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों के ऐलान के बीच कई नेता आरोप लगा रहे हैं कि वोटों की गिनती में धांधली की गई है. कई नेता कह रहे हैं सरकार के दवाब में आकर ईवीएम मशीन से छेड़छाड़ की गई है. नेताओं के इन आरोपों को चुनाव आयोग ने सिरे से खारिज किया है. चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा है कि आयोग किसी के दबाव में आकर काम नहीं करता है. आयोग के अधिकारियों ने कहा, बिहार विधानसभा चुनाव में प्रक्रिया के तहत वोटों की गिनती की जा रही है. कोरोना वायरस संक्रमण के कारण इस बार पोलिंग बूथ ज्यादा बनाए गए थे, जिसके कारण वोटों की गिनती में देरी हो रही है.

7 लाख वोटरों ने दबाया NOTA
बिहार विधानसभा चुनाव में करीब 7 लाख मतदाताओं ने ‘नोटा’ (Nota) का बटन दबाया. ताजा आंकड़ों से यह जानकारी मिली है. चुनाव आयोग की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, अब तक 6,89,135 लोगों ने अथवा 1.69 फीसदी मतदाताओं ने नोटा के विकल्प को चुना है. यानि इन मतदाताओं ने किसी भी उम्मीदवार के पक्ष में मतदान नहीं किया. ईवीएम (EVM) में वर्ष 2013 में ‘नोटा’ के विकल्प की शुरुआत की गई थी, जिसका अपना अलग चिह्न है.

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