मध्य प्रदेश व राजस्थान फार्मासिस्ट्स का ट्विटर पर झलका आक्रोश
जबलपुर।कोरोना ड्यूटी की दौरान शहीद हुई वंदना तिवारी के गरीब परिवार को सरकारी मदद के तौर पर निर्धारित 50 लाख रुपए की बीमा राशि न मिलने से मध्य प्रदेश व राजस्थान फार्मासिस्ट्स का ट्विटर पर झलका आक्रोश
मध्यप्रदेश के शिवपुरी मेडिकल कॉलेज में कार्यरत फार्मासिस्ट श्रीमती वंदना तिवारी की कोरोना ड्यूटी दौरान स्ट्रोक से मृत्यु पर मध्यप्रदेश सरकार की असंवेदनशीलता पर आज मध्यप्रदेश के फार्मासिस्ट अभिषेक सिंह परमार , राजवीर त्यागी और अखिलेश त्रिपाठी के आह्वान पर राजस्थान के फार्मासिस्ट कर्मचारियों ने पत्र लिखकर व ट्विटर पर आक्रोश व्यक्त किया है।
कोरोना कर्मवीर स्वास्थ्यकर्मी की मृत्यु पर प्रधानमंत्री की बीमा योजना के तहत 50 लाख रूपये की राशि परिजनों को सम्बल हेतु प्रदान करने का प्रावधान है परंतु फार्मासिस्ट वंदना तिवारी की 7 अप्रेल को कोरोना ड्यूटी दौरान मृत्य होने के 2 महीने बाद भी मध्यप्रदेश सरकार ने असंवेदनशील रवैया अपनाते हुए शहीद हुई कोरोना कर्मवीर फार्मासिस्ट श्रीमती वंदना तिवारी के 5 साल के बच्चे और पति के दर दर भटकने पर मजबूर कर दिया।
इण्डियन फार्मासिस्ट एसोसिएशन की मध्यप्रदेश शाखा के आह्वान पर आज शनिवार को राजस्थान सरकार के फार्मासिस्ट कर्मचारियों ने शहीद फार्मासिस्ट श्रीमती वंदना तिवारी के परिजनों को तत्काल रुपये 50 लाख की बीमा राशि व अनुकम्पा नियुक्ति हेतु मध्यप्रदेश सरकार को एक लाख ट्वीट किए जिससे यह मुद्दा ट्विटर पर टॉप ट्रेंड करता रहा।
इंडियन फार्मासिस्ट एसोसिएशन (IPA) सच्चे और ईमानदार ड्रग इंस्पेक्टर राम लखन पटेल के साथ है
राजस्थान फार्मासिस्ट कर्मचारी संघ ने फार्मासिस्ट श्रीमती वंदना को न्याय नहीं मिलने पर मध्यप्रदेश सरकार को पत्र लिखकर एमपी फार्मासिस्ट यूनियन व देश भर के फार्मासिस्ट कर्मचारियों के साथ उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
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