कृषि कानूनः राष्ट्रपति से नहीं मिला मिलने का समय, अब राजघाट पर धरना देंगे अमरिंदर सिंह

 

नीय शासन विभाग ने पहले ही ‘बसेरा-मुख्यमंत्री झुग्गी बस्ती विकास कार्यक्रम’ तैयार कर लिया है.

नीय शासन विभाग ने पहले ही ‘बसेरा-मुख्यमंत्री झुग्गी बस्ती विकास कार्यक्रम’ तैयार कर लिया है.

पंजाब के मुख्यमंत्री ने बुधवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलने का समय मांगा था, मुख्यमंत्री अमरिंदर इस मुलाकात में राष्ट्रपति से पंजाब विधानसभा में केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ पारित संशोधन विधयेक को मंजूर करने की मांग सकते थे, लेकिन राष्ट्रपति भवन के इनकार के बाद अमरिंदर सिंह ने दिल्ली में धरना देने का फैसला किया है.

 

चंडीगढ. केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह (Capt Amrinder Singh) बुधवार को दिल्ली स्थित राजघाट पर कांग्रेस विधायकों के साथ धरना देंगे. दरअसल पंजाब के मुख्यमंत्री ने बुधवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ramnath Kovind) से मिलने का समय मांगा था, मुख्यमंत्री अमरिंदर इस मुलाकात में राष्ट्रपति से पंजाब विधानसभा में केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ पारित संशोधन विधयेक को मंजूर करने की मांग सकते थे, लेकिन राष्ट्रपति भवन के इनकार के बाद अमरिंदर सिंह ने दिल्ली में धरना देने का फैसला किया है. मंगलवार को पंजाब सरकार की ओर से इस बारे में जानकारी दी गई.

मंगलवार को मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की ओर से कहा गया कि दिल्ली में होने वाला धरना प्रदर्शन राज्य में मालगाड़ियों के आवागमन को रोके जाने से पैदा हुए हालात को हाइलाइट करेगा. रेलवे ने कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए राज्य में मालगाड़ियों के आवागमन को रोक दिया है. रेलवे का कहना है कि किसान अब भी रेलवे ट्रैक पर बैठे हुए हैं. हालांकि पंजाब सरकार की दलील है कि राज्य में रेलवे ट्रैक की घेरेबंदी को खुलवा दिया गया है और मालगाड़ियों के आवागमन की अनुमति है.

इसके साथ ही पंजाब सरकार ने ये कहा है कि कोयले की आपूर्ति बाधित होने के चलते राज्य में थर्मल पावर प्लांट भी बंद हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि राजधानी दिल्ली में लोगों के एकत्रित होने के खिलाफ सीआरपीसी की धारा 144 लागू है, ऐसे में कांग्रेस के विधायक दिल्ली स्थित पंजाब भवन से महात्मा गांधी की समाधि स्थल तक चार-चार के समूह में जाएंगे.

अमरिंदर सिंह बुधवार को साढ़े 10 बजे पहले समूह की अगुआई करते हुए पंजाब भवन से राजघाट के लिए मार्च करेंगे. कांग्रेस विधायकों के अलावा अमरिंदर सिंह ने पंजाब की दूसरी पार्टियों के विधायकों से भी इस धरना प्रदर्शन में शामिल होने की मांग की है.

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