ABPAS 3.0 Kya Hai? MP में 24 घंटे में मकान का नक्शा पास कराने का नया तरीका (2026 Updates)

e-Nagarpalika MP Building Permission: शहरी क्षेत्रों में निर्माण अनुमोदन प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी, तेज़ और नागरिकों के लिए सुविधाजनक बनाने के उद्देश्य से मध्यप्रदेश सरकार ने ABPAS 3.0 (Automatic Building Plan Approval System 3.0) नाम के एक नए ऑनलाइन पोर्टल को शुरु किया है। अब प्रश्न ये है कि आखिर ये ABPAS 3.0 Kya Hai?

तो बता दे कि यह एक ऐसी डिजिटल सुविधा है, जिसे मध्यप्रदेश सरकार ने लॉन्च किया है और जिसका मुख्य उद्देश्य शहरी क्षेत्रों में भवन निर्माण से जुड़े अनुमोदन की प्रक्रिया को आसान, पारदर्शी और भ्रष्टाचार-मुक्त बनाना है।

ABPAS 3.0 Kya Hai?

मध्य प्रदेश सरकार ने ABPAS 3.0 के नाम से एक नई व्यवस्था है, जिसकी मदद से अब प्रदेश मे किसी भी बिल्डिंग के निर्माण के लिए नक्शे का अप्रूवल लेने की प्रक्रिया को पूरी तरह से Online और ऑटोमैटिक बना दिया गया है।

नागरिक अब बिना नगर निगम के चक्कर लगाए, अपने घर से ही नक्शा जमा कर सकते हैं, शुल्क भर सकते हैं और स्वीकृति प्राप्त कर सकते हैं। यह सॉफ्टवेयर AutoDCR जैसे CAD टूल्स से जुड़कर नक्शे का ऑटोमैटिक वेरिफिकेशन करता है और ULB (Urban Local Body) की गाइडलाइंस के आधार पर तुरंत अप्रूवल भी दे सकता है।

GIS Mapping से सुरक्षा

इस नए सिस्टम की सबसे बड़ी खासियत GIS Integration है। अब आपकी जमीन की लोकेशन को सैटेलाइट मैप से जोड़ा गया है। इससे यह तुरंत पता चल जाता है कि जमीन किसी सरकारी नाले, ग्रीन बेल्ट या प्रतिबंधित क्षेत्र में तो नहीं आती, जिससे भविष्य में तोड़-फोड़ का खतरा खत्म हो जाता है।

ABPAS 2.0 और ABPAS 3.0 में अंतर

विशेषताABPAS 2.0ABPAS 3.0
प्रक्रियाअर्ध-ऑनलाइन, मैनुअल हस्तक्षेपपूरी तरह ऑनलाइन और ऑटोमैटिक
समयकई हफ्तेकुछ घंटों या 1–2 दिन
वेरिफिकेशन प्रणालीमैनुअल चेकAutoCAD आधारित ऑटोमैटिक चेक
पारदर्शितासीमितउच्च, सभी स्टेप्स ट्रैक किए जा सकते हैं
भुगतान और रसीदऑफलाइन भी संभवकेवल ऑनलाइन भुगतान और ई-रसीद

2026 का बड़ा अपडेट (Deemed Approval For Small Plots MP)

मध्यप्रदेश सरकार ने अब 186 वर्ग मीटर (लगभग 2000 Sq. Ft.) तक के छोटे आवासीय प्लॉट के लिए Instant Deemed Approval की सुविधा शुरू कर दी है। इसका मतलब है कि छोटे घर का नक्शा अब किसी अधिकारी की मैन्युअल मंजूरी के बिना, आर्किटेक्ट द्वारा सबमिट करते ही तुरंत पास हो जाएगा।

ABPAS 2.0 में पहले से किए गए आवेदन का क्या होगा?

यदि किसी आवेदक ने ABPAS 2.0 पोर्टल पर पहले से आवेदन किया हुआ है, तो वह प्रकरण उसी पोर्टल और प्रक्रिया के अनुसार आगे बढ़ाया जाएगा। अर्थात, पुराने आवेदन ABPAS 2.0 के नियमों के अनुसार ही स्वीकृत किए जाएंगे। लेकिन अब नए आवेदन ABPAS 2.0 में सबमिट नहीं किए जा सकते। सभी नए प्रकरण ABPAS 3.0 में ही दर्ज होंगे।

ABPAS 3.0 किन-किन नगरीय निकायों में लागू है?

मध्यप्रदेश सरकार ने ई-गवर्नेंस (e-Governance) की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए अब ABPAS 3.0 को राज्य के सभी 413 नगरीय निकायों में पूरी तरह लागू कर दिया है।

मुख्य अपडेट

  1. 100% राज्यव्यापी कवरेज: पहले चरण में यह केवल 15 स्मार्ट शहरों (भोपाल, इंदौर, ग्वालियर आदि) तक सीमित था, लेकिन अब यह प्रदेश के हर नगर निगम, नगर पालिका और नगर परिषद में लाइव है।
  2. यूनिफाइड ‘e-Nagarpalika 2.0’ पोर्टल: अब पूरे प्रदेश के लिए एक ही पोर्टल और एक ही नियम (Unified Bye-laws) काम करते हैं। इससे डेटा शेयरिंग और पारदर्शिता बढ़ी है।
  3. Mobile App आधारित साइट इंस्पेक्शन: अब बिल्डिंग इंस्पेक्टर को फिजिकल फाइल लेकर नहीं घूमना पड़ता। वे मोबाइल ऐप के जरिए साइट की फोटो और डिटेल्स अपलोड करते हैं, जिससे भ्रष्टाचार की गुंजाइश खत्म हो गई है।
  4. Deemed Approval (2000 Sq. Ft. तक): सबसे बड़ा अपडेट यह है कि 186 वर्ग मीटर तक के आवासीय प्लॉट के लिए अब किसी अधिकारी की मंजूरी का इंतजार नहीं करना पड़ता, सिस्टम आवेदन करते ही ऑटो-अप्रूवल दे देता है।

मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य बन गया है जिसने अपने सभी 413 निकायों को एक सिंगल डिजिटल प्लेटफॉर्म (e-Nagarpalika 2.0/ABPAS 3.0) के तहत जोड़ा है।

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Building Plan Approval Online कैसे करें? (ABPAS 3.0 MP Online Registration)

  1. वेबसाइट पर जाएं: https://enagarpalika.mp.gov.in
  2. पंजीकरण/Login: Architect/Engineer के रूप में लॉगिन करें।
  3. निर्माण जानकारी भरें: जैसे – प्लॉट नंबर, मंजिलें, उपयोग (आवासीय/व्यावसायिक)
  4. AutoCAD फॉर्मेट में नक्शा अपलोड करें।
  5. दस्तावेज़ अपलोड करें: (Owner ID, Khasra, NOC आदि)
  6. फीस ऑनलाइन भरें: UPI/Net Banking
  7. AutoDCR से वेरिफिकेशन
  8. Plinth Level Verification: मकान का निर्माण शुरू होने के बाद जब ‘प्लिंथ लेवल’ (नींव का स्तर) पूरा हो जाए, तो पोर्टल पर उसकी फोटो और सर्टिफिकेट अपलोड करना अनिवार्य है। यह सुनिश्चित करता है कि निर्माण पास हुए नक्शे के अनुसार ही हो रहा है।
  9. ऑटो अप्रूवल प्राप्त करें: सिस्टम से स्वीकृति पत्र PDF में प्राप्त करें।

Pro Tip: 2026 के नए अपडेट के अनुसार, अब नक्शा पास होने के बाद आपको एक QR Code वाला परमिट मिलता है। निर्माण स्थल पर इस परमिट की कॉपी रखना अनिवार्य है, जिसे कोई भी अधिकारी स्कैन करके तुरंत वैधता की जांच कर सकता है।

कौन-कौन आवेदन कर सकता है?

  • मान्यता प्राप्त आर्किटेक्ट
  • इंजीनियर या बिल्डिंग डिजाइनर
  • कुछ नगरीय निकायों में बिल्डिंग के मालिक को खुद से अप्लाई करने सुविधा मिलेगी।

जरूरी दस्तावेज़

  • प्लॉट का स्वामित्व प्रमाण पत्र
  • खसरा नंबर
  • आधार / PAN कार्ड
  • पता प्रमाण (बिजली या पानी का बिल)
  • AutoCAD नक्शा (.DXF फॉर्मेट)
  • NOC (यदि लागू हो)

शुल्क और भुगतान प्रक्रिया (MP Building Map Approval Fees)

निर्माण क्षेत्रफल और भवन श्रेणी के अनुसार शुल्क निर्धारित होता है। सभी भुगतान ऑनलाइन माध्यम (जैसे UPI, Net Banking या Debit Card) से होते हैं और रसीद स्वतः जनरेट होती है।

ABPAS 3.0 के फायदे

  • घंटों में नक्शा स्वीकृति
  • दफ्तरों के चक्कर समाप्त
  • भ्रष्टाचार और दलाली पर रोक
  • संपूर्ण पारदर्शिता और ट्रैकिंग
  • घर बैठे आवेदन और फाइलिंग
  • SMS/ई-मेल द्वारा स्थिति की जानकारी
  • भविष्य के लिए डिजिटल रिकॉर्ड

संभावित चुनौतियाँ

  • हर व्यक्ति को AutoCAD की जानकारी नहीं होती।
  • ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल साक्षरता की कमी।
  • नेटवर्क या पोर्टल लोड की समस्याएँ।
  • ULB कर्मचारियों की तकनीकी दक्षता में अंतर।

मध्यप्रदेश सरकार की आगामी योजना

मध्यप्रदेश सरकार का लक्ष्य अब केवल पोर्टल को चलाने तक सीमित नहीं है, बल्कि इसे और भी आधुनिक बनाने की दिशा में कार्य जारी है। ABPAS 3.0 के अगले चरण में निम्नलिखित एडवांस फीचर्स जोड़े जा रहे हैं-

  • AI-Driven Rule Testing: अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से नक्शे की जांच और भी सटीक होगी, जिससे मानवीय गलती की गुंजाइश खत्म हो जाएगी।
  • Live Construction Monitoring: निर्माण कार्य (Construction Work) की लाइव निगरानी के लिए ड्रोन और सैटेलाइट इमेजरी का उपयोग करने की योजना है।
  • GIS Mapping 2.0: जमीन के एक-एक इंच का डिजिटल रिकॉर्ड पोर्टल से जोड़ा जा रहा है, ताकि अवैध निर्माण पर पूरी तरह लगाम लगाई जा सके।
  • Mobile Inspector App: फील्ड ऑफिसर्स के लिए ऐप को और भी मजबूत किया जा रहा है ताकि साइट विजिट की रिपोर्ट मौके से ही ‘रियल-टाइम’ में सबमिट हो सके।

ABPAS 3.0 System के डेवलपमेंट और क्रियान्वयन का कार्य Ms Wissen Infotech Pvt. Ltd. और SRIT India Pvt. Ltd. की साझेदारी द्वारा किया जा रहा है।

निष्कर्ष

यदि आप मध्यप्रदेश में मकान या दुकान का नक्शा पास कराना चाहते हैं, तो ABPAS 3.0 आपके लिए अत्यंत उपयोगी प्लेटफॉर्म है। यह न केवल समय की बचत करता है, बल्कि प्रक्रिया को पारदर्शी, सरल और डिजिटल बनाता है।

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तो दोस्तों, अब आपने इस आर्टिकल की मदद से जान लिया किआखिर ये सरकार का नया पोर्टल ABPAS 3.0 Kya Hai? यह कैसे काम करता है? और इसके क्या लाभ है? जानकारी उपयोगी लगी हो तो इसे अपने दोस्तों से जरूर शेयर ज़रूर करें।